हमारे parents कर्जा उठाते हैं बेटों की पढ़ाई के लिए और अपनी बेटियों की विदाई के लिए हमारे society में आज्ञाकारी सबसे बड़ा title है जो सिर्फ और सिर्फ औरतों के लिए है
बहु हो या बेटी सबको एक आदमी का ही कहा सुनना पड़ता है
एक लड़की क्या करना चाहती है क्या बनना चाहती है कैसे जीना चाहती है
क्या कभी किसी ने पूछा है बहु हो या बेटी क्यूँ सबको एक आदमी का सुनना पड़ता है .
आज भी लड़कियों और औरतों को बंदिशों में रहना पड़ता है !!!
क्यूँ ये समाज औरतों के लिए सही कदम नहीं उठा सकता है !!!!
हर चीज की जिम्मेदारी एक लड़की के ही सर पर क्यूँ होती है !!!
क्या कभी औरतों को उनका हक मिलेगा या फिर सारी जिंदगी ऐसे ही रहेगी !!!!
***लडकियों को पूरे कपड़े पहनाओ नहीं तो रेप हो जाएगा,,,,घर से बाहर ना निकलने दो नहीं तो रेप हो जाएगा,,,,,,,,, लडकियों को स्कूल काॅलेज ना जाने दो नहीं तो रेप हो जाएगा,,,,,,,, छोटे कपड़े मत पहनने दो नहीं तो रेप हो जाएगा,,,,,,,,, जाॅब मत करने दो नहीं तो रेप हो जाएगा ,,,,,,,,,,
*ये हमारा कैसा समाज है जहाँ लडकिया सेफ नहीं है,,,,,,, भारत एक ऐसा देश है जहाँ आए दिन रेप होते हैं,,,,,,, और इन सबकी जिम्मेदार सरकार है,,,,,,,,,, अगर रेपिस्ट को सरकार फांसी पर लटका दे तो सायद रेप के मामले हमारे देश में कम होगें,,,,,,,,, मगर लगता नहीं ऐसा कभी होगा भी या नहीं
हमारे देश में रेपिस्ट को सजा तो हो जाती है लेकिन फांसी की नहीं अगर रेपिस्ट को फांसी की सजा हो जाए तो सायद लोग डर जाए और कोई भूलकर भी किसी लडकी के साथ रेप ना करे ,,,,,,,,
लेकिन ऐसा होता नहीं है तारीखें लगनी शुरू हो जाती है,,,,,, बेल पर गुनहगार बाहर आ जाते हैं !!!
और फिर असली दाव शुरू होता है जब सालों तक मुकदमा चलता रहता है !!!! और फिर थक हार कर गुनहगार एक दिन बाहर नजर आता है अपने किसी नए शिकार की तलाश में ,,,,,,,
आज भी गाँव में और कुछ शहरों में लोग अपनी लडकियों को पढ़ाने लिखाने से डरते हैं क्योंकि सबको पता है इस देश में लडकिया सेफ नहीं है !!!! अकेले में बाहर जाते हुए भी लड़कियों को डर लगता है ,,,,
ये हमारा कैसा देश है जो लडकियों की सुरक्षा तक नहीं कर सकता है !!!!!
जो लडकियों को खुलकर जीने तक का अधिकार नहीं दे सकता !!!!! और सारी गलतीयो की जिम्मेदार एक लड़की को बताया जाता है !!!! ये लड़की ऐसी है ऐसे फिरती है इसके साथ यही सब होगा चाहिए था !!! ; घूम फिर कर एक लड़की को ही जिम्मेदार ठहराया जाता है!!!
जिस देश में लडकिया सेफ नहीं है समझो उस देश का आने वाला कल भी सेफ नहीं है !!!!
मेरी इस पोस्ट का कोई भी गलत मतलब ना निकाले जो मुझे लगता है मैंने वो इस पोस्ट में लिखा है !!!! अब आप सब इस पोस्ट पर अपनी राय बताए क्या यही हमारें देश की सच्चाई है !!!! 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
मुझे कुछ हासिल नहीं करना है और ना ही कुछ बनना है मेरा बस एक ही सपना है अपने घरवालों और बाकी के आस पास वालों की सोच बदलनी है जो हम लडकियों को बाधकर रखने की है !!!
जो सोचते हैं अगर लडकी घर से बाहर जाएगी तो हमारी बदनामी होगी !!!!!
कितनी अजीब बात है हर चीज की रोक टोक हर पहरे लडकियों पर ही क्यूँ होतें है !!!
हर गलत काम की जिम्मेदार एक लड़की ही को क्यूँ मानते हैं सोचा है कभी एक लड़की बनकर उसकी तरह जिंदगी जीकर नहीं ना अगर जीते तो सब कुछ समझ आ जाता !!!!